मुझ में हैं गहरी उदासी के जरासीम इस क़दरBy zafar-iqbalNovember 27, 2020मुझ में हैं गहरी उदासी के जरासीम इस क़दरमैं तुझे भी इस मरज़ में मुब्तला कर जाऊँगा30116 viewssher • Hindi01Share