निय्यत अगर ख़राब हुई है हुज़ूर की By Sher << पहुँचो गर इक चाँद पर सौ औ... नज़रों में हुस्न दिल में ... >> निय्यत अगर ख़राब हुई है हुज़ूर की घड़ लो कोई कहानी हमारे क़ुसूर की Share on: