'साहिर' ये मेरा दीदा-ए-गिर्यां है और मैं By Sher << मुझ को हालात में उलझा हुआ... ख़ुद को हुजूम-ए-दहर में ख... >> 'साहिर' ये मेरा दीदा-ए-गिर्यां है और मैं सहरा में कोई दूसरा झरना तो है नहीं Share on: