तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा By Sher << ज़हर में डूबी हुई परछाइयो... ये क्या ज़रूर है मैं कहूँ... >> तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है Share on: