तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा

By ahmad-farazOctober 23, 2020
तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें
neither are not god nor is my love divine
profound


if human both then why does this secrecy surround
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