तुझ लब की सिफ़त लाल-ए-बदख़्शाँ सूँ कहूँगाBy January 1, 2017तुझ लब की सिफ़त लाल-ए-बदख़्शाँ सूँ कहूँगाजादू हैं तिरे नैन ग़ज़ालाँ सूँ कहूँगा88470 viewssher • Hindi428Share