ये इक सवाल है शिकवा नहीं गिला भी नहीं By Sher << किसी की ज़ात में ज़म हो ग... अब तो ये भी नहीं रहा एहसा... >> ये इक सवाल है शिकवा नहीं गिला भी नहीं मिरे ख़ुदा तिरा लुत्फ़-ओ-अता है किस के लिए Share on: