ये साल भी उदासियाँ दे कर चला गया By Sher << ये तो इक रस्म-ए-जहाँ है ज... ये ख़ामोश मिज़ाजी तुम्हे ... >> ये साल भी उदासियाँ दे कर चला गया तुम से मिले बग़ैर दिसम्बर चला गया Share on: