आपकी आंखें ऊंची हुईं तो दुआ बन गई नीची हुईं तो हया बन गई जो Admin आंख पर शायरी, अन्य << महफ़िल मैं कुछ तो सुनाना प... भूलना तो ज़माने की रीत है... >> आपकी आंखें ऊंची हुईं तो दुआ बन गई नीची हुईं तो हया बन गई जो झुक कर उठी तो खता बन गई और उठ कर झुकी तो अदा बन गई !! Share on: