गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ Admin लम्हों की शायरी, अन्य << उनके हाथ पकड़ने की मजबूती ... दिल में हसरतो को दबा कर ज... >> गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ,प्यास इतनी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ,यहाँ पर लोग गिनाते है खूबियां अपनी,मैं अपने आप में कमियाँ तलाश करता हूँ। Share on: