शायद कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी Admin अन्य << पहले मौसम ही बदलते थे जंह... मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना... >> शायद कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी..तब ही तो मेरी याद तुम्हें अब नहीं आती । Share on: