हमने हर शाम चिरागों से सजा रखी है
By January 7, 2018
हमने हर शाम चिरागों से सजा रखी है
मगर शर्त हवाओं से लगा रखी है
न जाने कौन सी राह से मेरे साईं आ जाएँ
हमने हर राह फूलों से सजा रखी है।
मगर शर्त हवाओं से लगा रखी है
न जाने कौन सी राह से मेरे साईं आ जाएँ
हमने हर राह फूलों से सजा रखी है।
31973 viewsआध्यात्मिक • Hindi