ज़ायां ना कर अपने अल्फाज किसी के लिए Admin इज़हार << बड़ी तेज़ है आज शर्म ओ हया का अख़्तियार इत... >> ज़ायां ना कर अपने अल्फाज किसी के लिएखामोश रह कर देख तुझे समझता कौन है! Share on: