कितना चाहता हूँ तुझे यह मुझको पता नहीं

By April 18, 2018
कितना चाहता हूँ तुझे यह मुझको पता नहीं
कितना चाहता हूँ तुझे यह मुझको पता नहीं
मगर तुम्हारे सिवा कोई और दिल में बसा नहीं
ज़माना दुश्मन हो गया चाहत का हमारी
जुदा हो गए फिर से यह मेरी खता नहीं। upload to faceb
39218 viewsजुदाईHindi