एक पल में एक सदी का मज़ा हमसे पूछिएदो दिन की ज़िन्दगी का मज़ा हमसे पूछिएभूले हैं रफ़्ता-रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हमकिश्तों में ख़ुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिएआगाज़े-आशिक़ी का मज़ा आप जानिएअंजामे-आशिक़ी का मज़ा हमसे पूछिएजलते दीयों में जलते घरों जैसी लौ कहाँसरकार रोशनी का मज़ा हमसे पूछिएवो जान ही गए कि हमें उनसे प्यार हैआँखों की मुख़बिरी का मज़ा हमसे पूछिएहँसने का शौक़ हमको भी था आप की तरहहँसिए मगर हँसी का मज़ा हमसे पूछिए