मैंनें उस उम्र में Admin पाप शायरी हिंदी, दर्द << कभी कभी किसमत भी अजीब खेल... खामोश हूँ सिर्फ तुम्हारी ... >> मैंनें उस उम्र में, पापा को खोया है.जिस में तू अपनी माँ के आंचल में रोया है। Share on: