मंजिल भी उसकी थी

By April 18, 2018
मंजिल भी उसकी थी
रास्ता भी उसका था
एक मैं अकेला था
काफिला भी उसका था


साथ – साथ चलने की सोच भी उसकी थी
फ़िर रास्ता बदलने का फ़ैसला भी उसका था ! आज क्योँ अकेला हूँ? दिल सवाल करता है
लोग तो उसके थे पर क्या खुदा भी उसका था !
14375 viewsदर्दHindi