मोहब्बत ज़िन्दगी के फैसलों से लड़ नहीं सकती Admin ज़िन्दगी दर्द भरी शायरी, दर्द << कैसे लोग अपनों को दुख पहु... वो रात दर्द और सितम की रा... >> मोहब्बत ज़िन्दगी के फैसलों से लड़ नहीं सकती,किसी को खोना पड़ता है,तो किसी को न चाहते हुऐ भी,उसी का होकर रहना पड़ता है| Share on: