साँसों की माला में पिरो कर रखे हैं तेरी चाहतो के मोती 2 लाइन चाहत शायरी, दर्द << दर्द ही दर्द है दिल में ब... तेरी बाँहों में हमें उम्र... >> साँसों की माला में पिरो कर रखे हैं तेरी चाहतो के मोती,अब तो तमन्ना यही है कि बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में! Share on: