कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी Admin खुशी शायरी हिंदी, दोस्ती << प्रेम से रहो दोस्तों जरा ... कलम चलती है तो दिल की आवा... >> कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,मेरी हर खुशी तेरे नाम होगी,कभी माँग कर तो देख हमसे ऐ दोस्त,होंठों पर हँसी और हथेली पर जान होगी.. Share on: