अभी ना पूछो हमसे मंजिल कहां हैं! अभी तो हमने चलने का इरादा किया हैं ना हारे Admin जीत और हार शायरी, प्रेम << हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने... तुम्हारा वो पुराना साथ अब... >> अभी ना पूछो हमसे मंजिल कहां हैं!अभी तो हमने चलने का इरादा किया हैंना हारे है ना हारेंगे कभी ये किसी और से नहींखुद से वादा किया हैं Share on: