चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है साथ कुछ हसीन मुलाकात रह जाती है Admin हिन्दी जिंदगी शायरी, प्रेम << बच्चों को खिलाकर जब सुलाद... मेरी ग़ज़ल की तरह उसकी भी ह... >> चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती हैसाथ कुछ हसीन मुलाकात रह जाती है,सच है जिंदगी कभी रूकती नहींबस वक्त निकल जाता है और याद रह जाती है... Share on: