घर कभी आये नही अब कब्र पर आते है वो सारी उम्र दु:ख के काँटे Admin बरसाती शायरी, प्रेम << नज़रे न होती तो नज़ारा न ... बहुत लड़खड़ाए कदम >> घर कभी आये नही अब कब्र पर आते है वो सारी उम्र दु:ख के काँटे दिये अब फूल बरसाते है वो Share on: