गुजर जायेगा ये दौर भी! जरा सा इतमिनान तो रख!! जब खुशियाँ ही नहीं ठहरी!!! तो गम कि Admin शायरी भी हसाती है, प्रेम << दिल की हसरत जुबां पर आने ... जीना सरल है >> गुजर जायेगा ये दौर भी!जरा सा इतमिनान तो रख!!जब खुशियाँ ही नहीं ठहरी!!!तो गम कि क्या औकात है!!!! Share on: