ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हूं Admin खुशी शायरी फेसबुक, प्रेम << जब हम सब कुछ हमारी सोच अन... ना मेरा दिल बुरा था। ना उ... >> ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेचपाता हूं..फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमानेजाता हूं.!! Share on: