नया कुछ भी नहीं हमदम Admin पुराना प्यार शायरी, बेवफ़ाई << कैसे रखता मैं उस परिंदे क... इतनी वफादारी न कर किसी से... >> नया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलमपुराना हैतुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हींको याद आना है... Share on: