गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूँ ही मुसाफिरों की तरह Admin खूबसूरत शायरी हिंदी में, यादें << मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़... मैं लोगों से मुलाकात के ल... >> गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूँ ही मुसाफिरों की तरहयादें वहीं खड़ी रह जाती हैं, रूके रास्तों की तरह। Share on: