जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की Admin ये खुदा शायरी, रिश्ते << इंसान जीवन में रिश्ते नात... रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ ... >> जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम कीबिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम कीबेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमेंलेकिन जहाँ से अपने न दिखें, वो ऊंचाई किस काम की। Share on: