जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम Admin सुबह पर शायरी, रिश्ते << रिश्ते काँच की तरह होते ह... बिना विश्वास का रिश्ता बि... >> जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम। Share on: