मेरी बहोत सी खुशनुमा शामें बहोत पीछे छूट गई Rajat Kumar28 Sep 2022 02:18:29 PMEmotionsमेरी बहोत सी खुशनुमा शामें बहोत पीछे छूट गई उस दौर से जुड़ी हर एक डोर भी अब टूट गई !हर दिन खामोशी से गुजर जाता है पर अंदर शोर होता हैजान कर खुद के दिल को दिखाया मैंने इसलिए खुशियां रूठ गई !!Rajat Akela Dil Continue Reading... Share on:
पागल से थे जो हम बेवजह इश्क़ से उलझ पड़े Rajat Kumar28 Sep 2022 02:17:24 PMEmotionsपागल से थे जो हम बेवजह इश्क़ से उलझ पड़े मुसाफिर था वो और उसे हम ज़िंदगी समझ बैठे खामोश निगाहों ने दिल सवाल में खड़े कर दिएकाफिर थे वो और हम दिल का मेहमान समझ बैठRajat Akela Dil Continue Reading... Share on:
विदा करा कर लाये थे उन्हें तब खुशियो बेसुमार आई थीRajat Kumar28 Sep 2022 02:16:14 PMEmotionsविदा करा कर लाये थे उन्हें तब खुशियो बेसुमार आई थीकभी दूर न होंगे ये बात कंधे पर सिर रख कर बताई थीकही भी जाने से पहले तुमने मुझसे हर बार पूछा मुझसे दूर दूसरी दुनिया मे चले जाओगे ये बात क्यों छुपाई थीRajat Akela Dil Continue Reading... Share on:
बड़े ही अदब के साथ जाम को मैखाने में मुह से लगाया जRajat Kumar28 Sep 2022 02:15:06 PMEmotionsबड़े ही अदब के साथ जाम को मैखाने में मुह से लगाया जाता हैलड़की को पता होता है अपने आशिक़ को थोड़ा थोड़ा सताया जाता हैहम पिये जाम या जाम पिये हमको क्या फर्क पड़ता है यारोंदेखो नई दुनिया के कानून वफादार को ही यहाँ बेवफा बताया जाता हैRajat Akela Dil Continue Reading... Share on:
एक रोज़ उनके दरवाज़े की कुंडी में गुलाब छोड़ कर आयRajat Kumar28 Sep 2022 02:13:23 PMEmotionsएक रोज़ उनके दरवाज़े की कुंडी में गुलाब छोड़ कर आये थेजब हमने हफ्ते भर उनकी गली के बेहद चक्कर लगाये थेएक तूफान ने उस गुलाब को कुंडी हटा कर रास्ते पर फेंकाहमने अपने मेहबूब को ही वो गुलाब पैरों से मसलते देखाRajat Akela Dil Continue Reading... Share on:
वो खिड़की अब खुलती ही नही जिसमे मेरा चाँद दिखता था Rajat Kumar28 Sep 2022 02:11:46 PMEmotionsवो खिड़की अब खुलती ही नही जिसमे मेरा चाँद दिखता था !वो बाज़ार अब नही लगता जिसमे चाँद का ताज़ बिकता था !!उस तवायफ ने भी नाचना छोड़ दिया वजह पूछी गयी तोबोलीवो शख्स ही अब नही आता जो सिर्फ मेरे लिए बहकता था !!Rajat Akela Dil Continue Reading... Share on: