मायूस मत हो यह एक गुनाह होता है

मायूस मत हो यह एक गुनाह होता है
मिलता वही है जो किस्मत में लिखा होता है
हर चीज़ मिले आसानी से यह ज़रूरी तो नहीं
मुश्किलों के दौर में ही तो हिम्मत का पता चलता है।

ऐसा नहीं होगा कि रास्तों में रहमत नहीं होगी

ऐसा नहीं होगा कि रास्तों में रहमत नहीं होगी
पैरों के तेरे चलने की आदत नहीं होगी
अगर है कश्ती तो ना होगा किनारा कभी दूर
तेरे इरादों में अगर जीतने की चाहत बची होगी।

कितनो की तकदीर बदलनी है तुम्हें

कितनो की तकदीर बदलनी है तुम्हें
कितनो को रास्ते पे लाना है तुम्हें
अपने हाथों की लकीरों को मत देख
इन लकीरों से बहुत आगे जाना है तुम्हें।

यूँ ही नहीं मिलती मंज़िल राही को

यूँ ही नहीं मिलती मंज़िल राही को
एक जूनून सा दिल में जगाना पड़ता है
ऐसे ही नहीं बन जाते आशियाने परिंदो के
भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।

तारों में एक अकेला चाँद जगमगाता है

तारों में एक अकेला चाँद जगमगाता है
मुश्किलों में अकेला इंसान ही डगमगाता है
काँटों से कभी मत घबराना ऐ दोस्त
क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता है।

ताश के पत्तों से कभी महल नहीं बनता

ताश के पत्तों से कभी महल नहीं बनता
नदी को रोक लेने से कभी समंदर नहीं बनता
बढ़ते रहो ज़िंदगी में हर पल किसी नयी दिशा की तरफ
क्योंकि बस एक जंग जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।

दुनियां का हर शौंक पाला नहीं जाता

दुनियां का हर शौंक पाला नहीं जाता
काँच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता
मेहनत करने से मुश्किलें हो जाती हैं आसान
क्योंकि हर काम किस्मत पर टाला नहीं जाता।

मुश्किलें ही हमारे इरादे आज़माती हैं

मुश्किलें ही हमारे इरादे आज़माती हैं
ख्वाबों के परदे निगाहों से हटाती हैं
हौंसला मत हार गिर कर ओ मुसाफिर
ठोकरें ही तो इंसान को चलना सिखाती हैं।

सन्तुलित दिमाग जैसा कोई नही। संतोष जैसा कोई सुख कोई नही। लोभ जैसी कोई बुराई नही और दया

सन्तुलित दिमाग जैसा कोई नही।
संतोष जैसा कोई सुख कोई नही।
लोभ जैसी कोई बुराई नही
और दया जैसा कोई पुण्य नही।

नदी में गिरने से किसी की जान नहीं जाती

नदी में गिरने से किसी की जान नहीं जाती...
जान तभी जाती है जबकि तैरना नहीं आता...

परिस्थितियाँ कभी समस्या नहीं बनती....
समस्या तभी बनती है जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता...

ज़िन्दगी उसी को आजमाती है

ज़िन्दगी उसी को आजमाती है,
जो हर मोड़ पर चलना जानता है
कुछ खोकर तो हर कोई मुस्कुराता है,
पर ज़िन्दगी उसी की है जो कुछ खोकर भी मुस्कुराना जानता है।

जब टूटने लगे हौंसले तो बस यही याद रखना

जब टूटने लगे हौंसले तो बस यही याद रखना,
बिना मेहनत के कोई तख्तो-ताज हासिल नहीं होते,
ढूंढ लेना अंधेरों में मंज़िल अपनी,
क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते.

जब पाँच सेकंड की मुस्कान से फोटो अच्छी आ सकती है तो हमेशा मुस्कुराने से जिन्दगी

जब पाँच सेकंड की मुस्कान से फोटो अच्छी आ सकती है
तो हमेशा मुस्कुराने से जिन्दगी अच्छी क्यों नही हो सकती !

हमेशा मुस्कȁ0
941राते रहो ।

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