हमारी क़ुव्वत-ए-पर्वाज़ का सानी नहीं कोईShayari By Afzal Allahabadi15 Dec 2017 10:57:38 PMQitaहमारी क़ुव्वत-ए-पर्वाज़ का सानी नहीं कोई मगर पर्वाज़ पर अपनी कहाँ हम नाज़ करते हैं उक़ाबी हौसला रखते हैं हम ऊँची उड़ानों में हमारी रहनुमाई में सभी पर्वाज़ करते हैं Continue Reading... Share on: