मिरी ज़मीन पे फैला है आसमान-ए-अदमShayari By 03 Oct 2023 05:01:30 AMSherमिरी ज़मीन पे फैला है आसमान-ए-अदम अज़ल से मेरे ज़माने पे इक ज़माना है Continue Reading... Share on:
तरस रही थीं ये आँखें किसी की सूरत कोShayari By 02 Oct 2023 04:48:19 AMSherतरस रही थीं ये आँखें किसी की सूरत को सो हम भी दश्त में आब-ए-रवाँ उठा लाए Continue Reading... Share on:
'ज़फ़र' ज़मीं-ज़ाद थे ज़मीं से ही काम रक्खाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSher'ज़फ़र' ज़मीं-ज़ाद थे ज़मीं से ही काम रक्खा जो आसमानी थे आसमानों में रह गए हैं Continue Reading... Share on:
ऐ आसमान तेरे ख़ुदा का नहीं है ख़ौफ़Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherऐ आसमान तेरे ख़ुदा का नहीं है ख़ौफ़ डरते हैं ऐ ज़मीन तिरे आदमी से हम o heavens i do not fear your god above you know i am afraid o earth, of your human beings below [...] Continue Reading... Share on:
उट्ठी हैं मेरी ख़ाक से आफ़ात सब की सबShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherउट्ठी हैं मेरी ख़ाक से आफ़ात सब की सब नाज़िल हुई न कोई बला आसमान से Continue Reading... Share on:
हम किसी को गवाह क्या करतेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहम किसी को गवाह क्या करते इस खुले आसमान के आगे Continue Reading... Share on: