या अब्र-ए-करम बन के बरस ख़ुश्क ज़मीं परShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherया अब्र-ए-करम बन के बरस ख़ुश्क ज़मीं पर या प्यास के सहरा में मुझे जीना सिखा दे Continue Reading... Share on:
हम ने बरसात के मौसम में जो चाही तौबाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहम ने बरसात के मौसम में जो चाही तौबा अब्र इस ज़ोर से गरजा कि इलाही तौबा Continue Reading... Share on:
ये एक अब्र का टुकड़ा कहाँ कहाँ बरसेShayari By 19 Nov 2020 01:35:52 AMSherये एक अब्र का टुकड़ा कहाँ कहाँ बरसे तमाम दश्त ही प्यासा दिखाई देता है Continue Reading... Share on:
गुनगुनाती हुई आती हैं फ़लक से बूँदेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherगुनगुनाती हुई आती हैं फ़लक से बूँदें कोई बदली तिरी पाज़ेब से टकराई है Continue Reading... Share on:
अब्र बरसे तो इनायत उस कीShayari By 20 Nov 2020 02:54:17 PMSherअब्र बरसे तो इनायत उस की शाख़ तो सिर्फ़ दुआ करती है Continue Reading... Share on:
आए कुछ अब्र कुछ शराब आएShayari By 09 Nov 2020 11:28:24 AMSherआए कुछ अब्र कुछ शराब आए इस के ब'अद आए जो अज़ाब आए Continue Reading... Share on: