'मुसहफ़ी' अब इक ग़ज़ल लिख तू ग़ज़ल की तरह सेShayari By 25 Feb 2021 06:59:38 PMSher'मुसहफ़ी' अब इक ग़ज़ल लिख तू ग़ज़ल की तरह से ता करे आलम का ताराज-ए-शकेबाई बसंत Continue Reading... Share on:
जब नबी-साहिब में कोह-ओ-दश्त से आई बसंतShayari By 23 Feb 2021 06:59:38 PMSherजब नबी-साहिब में कोह-ओ-दश्त से आई बसंत कर के मुजरा शाह-ए-मर्दां की तरफ़ धाई बसंत Continue Reading... Share on:
यारब हज़ार साल सलामत रहें हुज़ूरShayari By 03 Mar 2021 06:44:57 PMSherयारब हज़ार साल सलामत रहें हुज़ूर हो रोज़ जश्न-ए-ईद यहाँ जावेदाँ बसंत Continue Reading... Share on:
करता है बाग़-ए-दहर में नैरंगियाँ बसंतShayari By 01 Mar 2021 06:44:57 PMSherकरता है बाग़-ए-दहर में नैरंगियाँ बसंत आया है लाख रंग से ऐ बाग़बाँ बसंत Continue Reading... Share on:
जोबन पर इन दिनों है बहार-ए-नशात-ए-बाग़Shayari By 27 Feb 2021 06:44:57 PMSherजोबन पर इन दिनों है बहार-ए-नशात-ए-बाग़ लेता है फूल भर के यहाँ झोलियाँ बसंत Continue Reading... Share on:
जाम-ए-अक़ीक़ ज़र्द है नर्गिस के हाथ मेंShayari By 25 Feb 2021 06:44:57 PMSherजाम-ए-अक़ीक़ ज़र्द है नर्गिस के हाथ में तक़्सीम कर रहा है मय-ए-अर्ग़वाँ बसंत Continue Reading... Share on: