क्या आज-कल से उस की ये बे-तवज्जोही हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherक्या आज-कल से उस की ये बे-तवज्जोही है मुँह उन ने इस तरफ़ से फेरा है 'मीर' कब का Continue Reading... Share on:
ये अदा-ए-बे-नियाज़ी तुझे बेवफ़ा मुबारकShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherये अदा-ए-बे-नियाज़ी तुझे बेवफ़ा मुबारक मगर ऐसी बे-रुख़ी क्या कि सलाम तक न पहुँचे Continue Reading... Share on:
ग़म-ए-आशिक़ी से कह दो रह-ए-आम तक न पहुँचेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalग़म-ए-आशिक़ी से कह दो रह-ए-आम तक न पहुँचे मुझे ख़ौफ़ है ये तोहमत तिरे नाम तक न पहुँचे मैं नज़र से पी रहा था तो ये दिल ने बद-दुआ दी तिरा हाथ ज़िंदगी भर कभी जाम तक न पहुँचे [...] Continue Reading... Share on:
मरने की दुआएँ क्यूँ माँगूँ जीने की तमन्ना कौन करेShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalमरने की दुआएँ क्यूँ माँगूँ जीने की तमन्ना कौन करे ये दुनिया हो या वो दुनिया अब ख़्वाहिश-ए-दुनिया कौन करे जब कश्ती साबित-ओ-सालिम थी साहिल की तमन्ना किस को थी अब ऐसी शिकस्ता कश्ती पर साहिल की तमन्ना कौन करे [...] Continue Reading... Share on:
बे-नियाज़ी हद से गुज़री बंदा-परवर कब तलकShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherबे-नियाज़ी हद से गुज़री बंदा-परवर कब तलक हम कहेंगे हाल-ए-दिल और आप फ़रमावेंगे क्या all bounds, your callousness exceeds, do tell me until when my feelings i keep pouring out, your asking me what then? [...] Continue Reading... Share on:
आशिक़ों की ख़स्तगी बद-हाली की पर्वा नहींShayari By 14 Nov 2020 02:08:08 PMSherआशिक़ों की ख़स्तगी बद-हाली की पर्वा नहीं ऐ सरापा नाज़ तू ने बे-नियाज़ी ख़ूब की Continue Reading... Share on: