क़सम उस बदन कीShayari By 29 Nov 2020 04:46:19 PMNazmक़सम उस बदन की और क़सम उस बदन पर खिले फूलों की रुत बहार की है और हवा की रानों में महक खिली है अब तक... [...] Continue Reading... Share on:
ख़ुशबू का लिबासShayari By 26 Nov 2020 07:55:19 PMNazmहर तरफ़ बिखरा हुआ उस का बदन रात की हर एक करवट उस की बाँहों, छातियों उस की कमर की सिलवटों में [...] Continue Reading... Share on:
कोेसा दूधShayari By 18 Nov 2020 10:29:56 PMNazmतो ये दूध कोसा है! ये दूध है और कोसा है जिस से बदन की नसें ऊँघ जाती हैं जिस से मिरे दिल की बा-क़ाएदा धड़कनों में [...] Continue Reading... Share on:
मुफ़ाहमतShayari By 20 Nov 2020 04:23:09 PMNazmहम कि उर्यां बहुत हैं तमाशा न बन अपनी ज़िद छोड़ दे मैं तुझे ओढ़ लूँ [...] Continue Reading... Share on:
शॉफ़रShayari By 18 Nov 2020 01:15:06 AMNazmखट... खट... कौन? सबीहा! कैसे? यूँही, कोई काम नहीं पिछली रात.. भयानक गैरज.. क्या कुछ हो अंजाम.. नहीं मेरा ज़िम्मा.. मैं भुगतूँगी.. तुम पर कुछ इल्ज़ाम... नहीं हम हैं उस अख़्लाक़ के पैरव, हम हैं उस तहज़ीब के लोग [...] Continue Reading... Share on:
एक डायलॉग सुब्ह के वक़्तShayari By 17 Nov 2020 11:22:06 PMNazmकल अचानक यहाँ उस ने मुझ से कहा रात भर मेरी मिट्टी को इक नेवला [...] Continue Reading... Share on: