वो जिस मुंडेर पे छोड़ आया अपनी आँखें मैंShayari By 26 Feb 2024 10:19:12 PMSherवो जिस मुंडेर पे छोड़ आया अपनी आँखें मैं चराग़ होता तो लौ भूल कर चला जाता Continue Reading... Share on:
जो दिल के ताक़ में तू ने चराग़ रक्खा थाShayari By 26 Feb 2024 09:16:24 PMSherजो दिल के ताक़ में तू ने चराग़ रक्खा था न पूछ मैं ने उसे किस तरह सितारा किया Continue Reading... Share on:
चराग़ सामने वाले मकान में भी न थाShayari By 26 Feb 2024 08:53:04 PMSherचराग़ सामने वाले मकान में भी न था ये सानेहा मिरे वहम-ओ-गुमान में भी न था Continue Reading... Share on:
चराग़ बुझते चले जा रहे हैं सिलसिला-वारShayari By 26 Feb 2024 08:49:45 PMSherचराग़ बुझते चले जा रहे हैं सिलसिला-वार मैं ख़ुद को देख रहा हूँ फ़साना होते हुए Continue Reading... Share on:
सवाल ये है रौशनी वहाँ पे रोक दी गईShayari By 21 Sep 2023 09:11:13 PMSherसवाल ये है रौशनी वहाँ पे रोक दी गई जहाँ पे हर किसी के हाथ में नया चराग़ था Continue Reading... Share on:
दिलों को तेरे तबस्सुम की याद यूँ आईShayari By 02 Sep 2023 02:00:20 PMSherदिलों को तेरे तबस्सुम की याद यूँ आई कि जगमगा उठें जिस तरह मंदिरों में चराग़ Continue Reading... Share on: