दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँShayari By 24 Feb 2024 05:02:10 PMGhazalदिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँ रोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ दैर नहीं हरम नहीं दर नहीं आस्ताँ नहीं बैठे हैं रहगुज़र पे हम ग़ैर हमें उठाए क्यूँ [...] Continue Reading... Share on:
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आShayari By 26 Jan 2024 07:55:49 AMGhazalरंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ कुछ तो मिरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ [...] Continue Reading... Share on:
दिल मिरा दर्द के सिवा क्या हैShayari By 04 Oct 2023 03:50:35 PMSherदिल मिरा दर्द के सिवा क्या है इब्तिदा ये तो इंतिहा क्या है Continue Reading... Share on:
ऐ मोहब्बत तुझे ख़बर होगीShayari By 04 Oct 2023 03:45:59 PMSherऐ मोहब्बत तुझे ख़बर होगी दर्द उठ उठ के ढूँढता क्या है Continue Reading... Share on:
ग़म से बहल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैंShayari By 28 Sep 2023 11:31:20 PMSherग़म से बहल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैं दर्द में ढल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैं Continue Reading... Share on:
'जौन' जुनूब-ए-ज़र्द के ख़ाक-बसर ये दुख उठाShayari By 04 Sep 2023 12:53:41 PMSher'जौन' जुनूब-ए-ज़र्द के ख़ाक-बसर ये दुख उठा मौज-ए-शिमाल-ए-सब्ज़-जाँ आई थी और चली गई Continue Reading... Share on: