किसे ख़बर है कि उम्र बस उस पे ग़ौर करने में कट रही हैShayari By 05 Mar 2024 02:57:59 AMGhazalकिसे ख़बर है कि उम्र बस उस पे ग़ौर करने में कट रही है कि ये उदासी हमारे जिस्मों से किस ख़ुशी में लिपट रही है अजीब दुख है हम उस के हो कर भी उस को छूने से डर रहे हैं अजीब दुख है हमारे हिस्से की आग औरों में बट रही है [...] Continue Reading... Share on:
देख तो दिल कि जाँ से उठता हैShayari By 01 Mar 2021 08:16:57 PMGhazalदेख तो दिल कि जाँ से उठता है ये धुआँ सा कहाँ से उठता है गोर किस दिलजले की है ये फ़लक शोला इक सुब्ह याँ से उठता है [...] Continue Reading... Share on: