क़रीब आ कि मोहब्बत का एहतिमाम करेंShayari By 20 Apr 2024 06:36:19 AMQitaक़रीब आ कि मोहब्बत का एहतिमाम करें ज़माना बीत गया दिल पे चोट खाए हुए मुझे भी एक नए ज़ख़्म की ज़रूरत है तुझे भी हो गई मुद्दत मुझे सताए हुए [...] Continue Reading... Share on:
उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम कियाShayari By 29 Feb 2024 07:10:58 AMGhazalउल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया अहद-ए-जवानी रो रो काटा पीरी में लीं आँखें मूँद या'नी रात बहुत थे जागे सुब्ह हुई आराम किया [...] Continue Reading... Share on:
दिल मिरा दर्द के सिवा क्या हैShayari By 04 Oct 2023 03:50:35 PMSherदिल मिरा दर्द के सिवा क्या है इब्तिदा ये तो इंतिहा क्या है Continue Reading... Share on:
एक दिन तो दिल को भी तरजीह दे कर देख लूँShayari By 02 Oct 2023 02:04:27 AMSherएक दिन तो दिल को भी तरजीह दे कर देख लूँ अक़्ल से कह दो कि मुझ को आज तन्हा छोड़ दे Continue Reading... Share on:
सुना है शहर में ज़ख़्मी दिलों का मेला हैShayari By 26 Sep 2023 05:40:16 AMSherसुना है शहर में ज़ख़्मी दिलों का मेला है चलेंगे हम भी मगर पैरहन रफ़ू कर के Continue Reading... Share on:
बड़ी उम्र के बा'द इन आँखों में कोई अब्र उतरा तिरी यादों काShayari By 26 Sep 2023 05:30:52 AMSherबड़ी उम्र के बा'द इन आँखों में कोई अब्र उतरा तिरी यादों का मिरे दिल की ज़मीं आबाद हुई मिरे ग़म का नगर शादाब हुआ Continue Reading... Share on: