मिले क़तरा क़तरा ये क्या ज़िंदगी हैShayari By 27 May 2021 10:48:41 AMSherमिले क़तरा क़तरा ये क्या ज़िंदगी है ऐ दरिया-ए-रहमत वही तिश्नगी है Continue Reading... Share on:
एहसान-ए-रब मोहब्बतें इतनी मिलीं 'अदील'Shayari By 03 Feb 2021 10:49:16 AMSherएहसान-ए-रब मोहब्बतें इतनी मिलीं 'अदील' इस उम्र-ए-मुख़्तसर में न लौटा सकेंगे हम Continue Reading... Share on:
सर पे एहसान रहा बे-सर-ओ-सामानी काShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherसर पे एहसान रहा बे-सर-ओ-सामानी का ख़ार-ए-सहरा से न उलझा कभी दामन अपना Continue Reading... Share on:
बड़ा एहसान हम फ़रमा रहे हैंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMGhazalबड़ा एहसान हम फ़रमा रहे हैं कि उन के ख़त उन्हें लौटा रहे हैं नहीं तर्क-ए-मोहब्बत पर वो राज़ी क़यामत है कि हम समझा रहे हैं [...] Continue Reading... Share on:
आदमी वक़्त पर गया होगाShayari By 02 Nov 2020 06:29:30 PMGhazalआदमी वक़्त पर गया होगा वक़्त पहले गुज़र गया होगा वो हमारी तरफ़ न देख के भी कोई एहसान धर गया होगा [...] Continue Reading... Share on:
सच है एहसान का भी बोझ बहुत होता हैShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherसच है एहसान का भी बोझ बहुत होता है चार फूलों से दबी जाती है तुर्बत मेरी Continue Reading... Share on: