नई नहीं है ये तन्हाई मेरे हुजरे कीShayari By 06 Oct 2023 01:24:57 AMSherनई नहीं है ये तन्हाई मेरे हुजरे की मरज़ हो कोई भी है चारागर से डर जाना Continue Reading... Share on:
उसी ने मुझ पे उठाए हैं संग जिस के लिएShayari By 27 Sep 2023 08:15:29 PMSherउसी ने मुझ पे उठाए हैं संग जिस के लिए मैं पाश पाश हुआ घर निगार-ख़ाना हुआ Continue Reading... Share on:
ख़ुद-बख़ुद राह लिए जाती है उस की जानिबShayari By 25 Sep 2023 03:07:40 PMSherख़ुद-बख़ुद राह लिए जाती है उस की जानिब अब कहाँ तक है रसाई मुझे मालूम नहीं Continue Reading... Share on:
मरने के बा'द ख़ुद ही बिखर जाऊँगा कहींShayari By 31 Aug 2023 08:05:06 PMSherमरने के बा'द ख़ुद ही बिखर जाऊँगा कहीं अब क़ब्र क्या बनेगी अगर घर नहीं बना Continue Reading... Share on:
ग़ैर चेहरे अजनबी माहौल मुबहम से नुक़ूशShayari By 19 Jul 2023 11:27:32 PMSherग़ैर चेहरे अजनबी माहौल मुबहम से नुक़ूश मैं जहाँ पहुँचा वही मेरा वतन साबित हुआ Continue Reading... Share on:
ज़लज़ला आया तो दीवारों में दब जाऊँगाShayari By 01 Mar 2021 01:25:07 PMSherज़लज़ला आया तो दीवारों में दब जाऊँगा लोग भी कहते हैं ये घर भी डराता है मुझे Continue Reading... Share on: