हादसे राह के ज़ेवर हैं मुसाफ़िर के लिएShayari By 05 Oct 2023 07:48:11 AMSherहादसे राह के ज़ेवर हैं मुसाफ़िर के लिए एक ठोकर जो लगी है तो इरादा न बदल Continue Reading... Share on:
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों नेShayari By 22 Jan 2022 12:36:45 AMSherये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई Continue Reading... Share on:
रंगीनी-ए-हयात बढ़ाने के वास्तेShayari By 04 Dec 2020 04:46:54 AMSherरंगीनी-ए-हयात बढ़ाने के वास्ते पड़ती है हादसों की ज़रूरत कभी कभी Continue Reading... Share on:
वो हादसे भी दहर में हम पर गुज़र गएShayari By 24 Nov 2020 04:07:38 AMSherवो हादसे भी दहर में हम पर गुज़र गए जीने की आरज़ू में कई बार मर गए Continue Reading... Share on:
किसे ख़बर थी कि ये वाक़िआ भी होना थाShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherकिसे ख़बर थी कि ये वाक़िआ भी होना था कि खेल खेल में इक हादसा भी होना था Continue Reading... Share on:
हमारे पेश-ए-नज़र मंज़िलें कुछ और भी थींShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहमारे पेश-ए-नज़र मंज़िलें कुछ और भी थीं ये हादसा है कि हम तेरे पास आ पहुँचे Continue Reading... Share on: