ये किस मक़ाम पे सूझी तुझे बिछड़ने कीShayari By 26 Feb 2024 10:33:01 PMSherये किस मक़ाम पे सूझी तुझे बिछड़ने की कि अब तो जा के कहीं दिन सँवरने वाले थे Continue Reading... Share on:
ये ग़म जुदा है बहुत जल्द-बाज़ थे हम तुमShayari By 26 Feb 2024 10:26:18 PMSherये ग़म जुदा है बहुत जल्द-बाज़ थे हम तुम ये दुख अलग है अभी काएनात बाक़ी है Continue Reading... Share on:
न रंज-ए-हिजरत था और न शौक़-ए-सफ़र था दिल मेंShayari By 26 Feb 2024 09:56:36 PMSherन रंज-ए-हिजरत था और न शौक़-ए-सफ़र था दिल में सब अपने अपने गुनाह का बोझ ढो रहे थे Continue Reading... Share on:
अपने रस्म-ओ-रिवाज खो बैठेShayari By 03 Jun 2021 10:32:03 PMSherअपने रस्म-ओ-रिवाज खो बैठे बाक़ी अब ख़ानदान में क्या है Continue Reading... Share on:
आज़ादियों के शौक़ ओ हवस ने हमें 'अदील'Shayari By 03 Feb 2021 10:46:56 AMSherआज़ादियों के शौक़ ओ हवस ने हमें 'अदील' इक अजनबी ज़मीन का क़ैदी बना दिया Continue Reading... Share on:
मुझे भी लम्हा-ए-हिजरत ने कर दिया तक़्सीमShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमुझे भी लम्हा-ए-हिजरत ने कर दिया तक़्सीम निगाह घर की तरफ़ है क़दम सफ़र की तरफ़ Continue Reading... Share on: