हुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा हैShayari By 27 Mar 2024 11:28:35 AMGhazalहुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा है उस से मेरा मह-ए-ख़ुर्शीद-जमाल अच्छा है बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाह जी में कहते हैं कि मुफ़्त आए तो माल अच्छा है [...] Continue Reading... Share on:
वो साफ़-गो है मगर बात का हुनर सीखेShayari By 19 Jul 2023 09:47:39 AMSherवो साफ़-गो है मगर बात का हुनर सीखे बदन हसीं है तो क्या बे-लिबास आएगा Continue Reading... Share on:
शर्त सलीक़ा है हर इक अम्र मेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherशर्त सलीक़ा है हर इक अम्र में ऐब भी करने को हुनर चाहिए Continue Reading... Share on:
ख़ूबान-ए-जहाँ हों जिस से तस्ख़ीरShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherख़ूबान-ए-जहाँ हों जिस से तस्ख़ीर ऐसा कोई हम ने हुनर न देखा Continue Reading... Share on:
'क़ाएम' मैं इख़्तियार किया शाइ'री का ऐबShayari By 13 Nov 2020 12:48:09 AMSher'क़ाएम' मैं इख़्तियार किया शाइ'री का ऐब पहुँचा न कोई शख़्स जब अपने हुनर तलक Continue Reading... Share on:
हमारे ऐब में जिस से मदद मिले हम कोShayari By 11 Nov 2020 02:07:49 AMSherहमारे ऐब में जिस से मदद मिले हम को हमें है आज कल ऐसे किसी हुनर की तलाश Continue Reading... Share on: