गुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिनShayari By 20 Apr 2024 01:18:49 AMSherगुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिन ऐसा लगा बसर हुए जन्नत में चार दिन Continue Reading... Share on:
हुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा हैShayari By 27 Mar 2024 11:28:35 AMGhazalहुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा है उस से मेरा मह-ए-ख़ुर्शीद-जमाल अच्छा है बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाह जी में कहते हैं कि मुफ़्त आए तो माल अच्छा है [...] Continue Reading... Share on:
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिनShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherहम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है Continue Reading... Share on:
गुनाहगार के दिल से न बच के चल ज़ाहिदShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherगुनाहगार के दिल से न बच के चल ज़ाहिद यहीं कहीं तिरी जन्नत भी पाई जाती है Continue Reading... Share on:
मैं समझता हूँ कि है जन्नत ओ दोज़ख़ क्या चीज़Shayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherमैं समझता हूँ कि है जन्नत ओ दोज़ख़ क्या चीज़ एक है वस्ल तिरा एक है फ़ुर्क़त तेरी Continue Reading... Share on:
अपनी जन्नत मुझे दिखला न सका तू वाइज़Shayari By 12 Nov 2020 07:50:12 PMSherअपनी जन्नत मुझे दिखला न सका तू वाइज़ कूचा-ए-यार में चल देख ले जन्नत मेरी Continue Reading... Share on: