उम्र-ए-रफ़्ता जा किसी दीवार के साए में बैठShayari By 04 Sep 2022 11:15:32 AMSherउम्र-ए-रफ़्ता जा किसी दीवार के साए में बैठ बे-सबब की ख़्वाहिशें हैं और घर की जुस्तुजू Continue Reading... Share on:
मैं ये चाहता हूँ कि उम्र-भर रहे तिश्नगी मिरे इश्क़ मेंShayari By 03 Sep 2022 04:31:51 PMSherमैं ये चाहता हूँ कि उम्र-भर रहे तिश्नगी मिरे इश्क़ में कोई जुस्तुजू रहे दरमियाँ तिरे साथ भी तिरे बा'द भी Continue Reading... Share on:
रात हुईShayari By 04 Aug 2021 12:24:01 AMNazmतुम को पा लेने की धुन में दुनिया ओढ़ी रंग-बिरंगे कपड़े पहने पेशानी पर सूरज बाँधा [...] Continue Reading... Share on:
निशान-ए-मंज़िल-ए-जानाँ मिले मिले न मिलेShayari By 24 Nov 2020 10:39:26 AMSherनिशान-ए-मंज़िल-ए-जानाँ मिले मिले न मिले मज़े की चीज़ है ये ज़ौक़-ए-जुस्तुजू मेरा Continue Reading... Share on:
ये ख़ुद-फ़रेबी-ए-एहसास-ए-आरज़ू तो नहींShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherये ख़ुद-फ़रेबी-ए-एहसास-ए-आरज़ू तो नहीं तिरी तलाश कहीं अपनी जुस्तुजू तो नहीं Continue Reading... Share on:
जिसे तुम ढूँडती रहती हो मुझ मेंShayari By 26 Jan 2021 12:30:00 PMSherजिसे तुम ढूँडती रहती हो मुझ में वो लड़का जाने कब का मर चुका है Continue Reading... Share on: