तुम्हारे ख़त में नज़र आई इतनी ख़ामोशीShayari By 06 Oct 2023 02:45:32 PMSherतुम्हारे ख़त में नज़र आई इतनी ख़ामोशी कि मुझ को रखने पड़े अपने कान काग़ज़ पर Continue Reading... Share on:
टूटते बर्तन का शोर और गूँगी बहरी ख़ामुशीShayari By 02 Oct 2023 04:53:12 AMSherटूटते बर्तन का शोर और गूँगी बहरी ख़ामुशी हम ने रख ली है बचा कर एक गहरी ख़ामुशी Continue Reading... Share on:
क्या बताऊँ मैं कि तुम ने किस को सौंपी है हयाShayari By 17 Jun 2023 02:58:10 PMSherक्या बताऊँ मैं कि तुम ने किस को सौंपी है हया इस लिए सोचा मिरी ख़ामोशियाँ ही ठीक हैं Continue Reading... Share on:
ख़ामोशी के नाख़ुन से छिल जाया करते हैंShayari By 03 Sep 2022 11:35:01 AMSherख़ामोशी के नाख़ुन से छिल जाया करते हैं कोई फिर इन ज़ख़्मों पर आवाज़ें मलता है Continue Reading... Share on:
इक अश्क क़हक़हों से गुज़रता चला गयाShayari By 03 Sep 2022 11:30:31 AMSherइक अश्क क़हक़हों से गुज़रता चला गया इक चीख़ ख़ामुशी में उतरती चली गई Continue Reading... Share on:
तमाम शहर पे इक ख़ामुशी मुसल्लत हैShayari By 01 Jul 2022 11:07:30 PMSherतमाम शहर पे इक ख़ामुशी मुसल्लत है अब ऐसा कर कि किसी दिन मिरी ज़बाँ से निकल Continue Reading... Share on: