अब तक तो ख़ुद-कुशी का इरादा नहीं कियाShayari By 25 Oct 2023 03:34:42 PMSherअब तक तो ख़ुद-कुशी का इरादा नहीं किया मिलता है क्यूँ नदी के किनारे मुझे कोई Continue Reading... Share on:
घर से निकला था ख़ुद-कुशी करनेShayari By 06 Oct 2023 02:08:58 AMSherघर से निकला था ख़ुद-कुशी करने रेल के डब्बे गिन रहा हूँ मैं Continue Reading... Share on:
मेरा कमरे से बस नींदों का रिश्ता थाShayari By 01 Sep 2023 12:37:13 AMNazmमिरा कमरे से बस नींदों का रिश्ता था और उस ज़ीने से ख़्वाबों का जो लहराता हुआ जाता था छत तक वो छत [...] Continue Reading... Share on:
ग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर लीShayari By 20 Aug 2023 05:31:09 AMSherग़मों से बैर था सो हम ने ख़ुद-कुशी कर ली शजर गिरा के परिंदों से इंतिक़ाम लिया Continue Reading... Share on:
ये ज़िंदगी जो पुकारे तो शक सा होता हैShayari By 17 Jun 2022 10:38:49 PMSherये ज़िंदगी जो पुकारे तो शक सा होता है कहीं अभी तो मुझे ख़ुद-कुशी नहीं करनी Continue Reading... Share on:
शुऊर-ए-क़ैस ने सहरा में ख़ुद-कुशी कर लीShayari By 18 Nov 2020 12:49:12 AMGhazalशुऊर-ए-क़ैस ने सहरा में ख़ुद-कुशी कर ली कहा गया ग़म-ए-लैला में ख़ुद-कुशी कर ली ग़म-ए-हयात के आतिश-कदे से आया था वो जिस ने कूद के दरिया में ख़ुद-कुशी कर ली [...] Continue Reading... Share on: